
Sunita Williams कि पहली spacewalk
नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams ने अपनी पहली स्पेसवॉक पूरी की, लगभग सात महीने आईएसएस (इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन) पर रहने के बाद। ये मिशन सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि आईएसएस की उम्र बढ़ाना भी बहुत जरूरी था। चलिए जानते हैं इस मिशन के मुख्य अंश, चुनौतियाँ और उनके वापस आने की योजना।
Sunita Williams की स्पेसवॉक का ये रंग जमा
16 जनवरी 2025 को, आईएसएस तुर्कमेनिस्तान के ऊपर 420 किमी की ऊंचाई पर था जब Sunita Williams और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री निक हेग ने एक ऐतिहासिक स्पेसवॉक को अंजाम दिया। ये विलियम्स की आठवी स्पेसवॉक थी, जो उनके नासा अंतरिक्ष यात्री के रूप में विशेषज्ञता को और मज़बूती से दिखाती है।

मिशन के उद्देश्य: क्या-क्या हासिल किया गया?
ये स्पेसवॉक के लिए कुछ महत्वपूर्ण कार्यों की योजना बनाई गई थी:
- अच्छे टेलीस्कोप की मरम्मत: न्यूट्रॉन स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर (एनआईसीईआर) एक्स-रे टेलीस्कोप का अपग्रेड पूरा हो गया है, जो न्यूट्रॉन सितारों को देखने में मदद करेगा।
- रेट जाइरो रिप्लेसमेंट: एक नई रेट जाइरो असेंबली इंस्टॉल हो जाएगी जो आईएसएस की ओरिएंटेशन को कंट्रोल करेगी।
- डॉकिंग एडॉप्टर रखरखाव: इंटरनेशनल डॉकिंग एडॉप्टर पर एक रिफ्लेक्टर डिवाइस रिप्लेस किया गया जो नेविगेशन में मदद करता है।
- भविष्य की तैयारी: अल्फा मैग्नेटिक स्पेक्ट्रोमीटर के लिए उपकरण और पहुंच क्षेत्रों का निरीक्षण किया जाएगा।
ये सारे कार्य आईएसएस की कार्यक्षमता और भविष्य के मिशन के लिए बहुत जरूरी हैं।
नासा की माहिनो बाद स्पेसवॉक
पिछली गर्मियों में एक घटना के बाद नासा ने स्पेसवॉक को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था। एक कूलिंग लूप खराबी की वजह से एक अंतरिक्ष यात्री के सूट एयरलॉक में पानी लीक हो गया था। इस बार, नासा के इंजीनियरों ने समस्या का समाधान कर दिया है और मिशन को सुचारू रूप से क्रियान्वित किया जाएगा।

Sunita Williams : एक अंतरिक्ष यात्रा कि हीरो
Sunita Williams के लिए अंतरिक्ष अन्वेषण कोई नई बात नहीं है। अपनी आठवी स्पेसवॉक पूरी करने के बाद, नासा की एक अनुभवी अंतरिक्ष यात्री के रूप में अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है। आईएसएस के कमांडर के रूप में उनका नेतृत्व भूमिका और लचीलापन सबको प्रेरित करता है।
अंतरिक्ष चुनौतियाँ: देरी और लंबे मिशन
Sunita Williams और उनके सहयोगी बुच विल्मोर ने जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल से अपना मिशन शुरू किया था। ये मिशन सिर्फ एक हफ़्ते का परीक्षण उड़ान होना था, लेकिन तकनीकी समस्याओं की वजह से देरी हुई और नासा ने कैप्सूल को बिना यात्रियों के वापस लौटने का ऑर्डर दिया। स्पेसएक्स के प्रतिस्थापन अंतरिक्ष यात्रियों के लॉन्च में देरी होने की वजह से विलियम्स और विल्मोर को आईएसएस पर अतिरिक्त समय बिताना पड़ा। अब उनका वापसी का प्लान मार्च के अंत या अप्रैल 2025 की शुरुआत में है, जो उनके लॉन्च के लगभाग 10 महीने बाद होगा।

इम्पैक्ट पर आईएसएस ऑपरेशंस का स्पेसवॉक
ऐसे स्पेसवॉक आईएसएस के रखरखाव और उन्नयन के लिए बहुत जरूरी हैं। क्या मिशन के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद, आईएसएस का जीवनकाल बढ़ाना और भविष्य में प्रगति के लिए जमीनी कार्य तैयार हो गया है।
Sunita Williams की वापसी कब होगी?
नासा की वर्तमान योजनाओं के बारे में, Sunita Williasm और बुच विल्मोर मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत तक आईएसएस पर रहेंगे। ये लंबे समय तक रहने वाले अंतरिक्ष मिशनों की अप्रत्याशितता और अंतरिक्ष यात्रियों की अनुकूलनशीलता को उजागर करता है।
Sunita Williams : ज़मीन से लेकर आसमान तक का सफ़र
Sunita Williams का समर्पण और कौशल दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करते हैं। उनका सफ़र हमें याद दिलाता है कि इंसानियत की संभावनाएं असीमित हैं। उनके वापस आने का इंतज़ार सिर्फ एक अंत नहीं, बल्कि एक नए चैप्टर का शुरूआत होगा जो हमें और इंस्पायर करेगा।